Shahrukh khan biography in hindi शाहरूख खान जीवनी
और वहाँ पे पढ़ाई करते रहे शाहरुख पढ़ाई में ठीक ठाक थे स्पोर्ट्स में इनका कोई मुकाबला नहीं था सन् उन्नीस सौ पचासी अट्ठासी के बैच में ये पहुँचे असली के हंसराज कॉलेज में जहाँ पर एकनॉमीक्स में उन्होंने अपनी बैचलर्स डिग्री यह स्वास्थ्य अपना अधिकतर समय दिल्ली के थे राशिद रूप जाने की ताक में बताया करते थे ,स्वास्थ इनके फेवरेट एक्टर थे जॉन हंसराज कॉलेज में ,उन्होंने हॉकी भी हूँ खेली और ग्रेजुएशन के बाद ये पहुँच गए जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी जहाँ पे ये मास कम्युनिकेशन का कोर्स कर रहे थे पर इस बीच ,उन्होंने कुल छोड़ दिया और एक्टिंग की तरफ बढ़ गए बजे आया भी ये बात गौर करने लायक है कि बचपन में शाहरुख अक्सर नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के अवसर से पहुँच जाया करते थे क्योंकि इनके वाले एनजीओ में
बता और वेंडर ताल्लुक रखते थे चारों का बचपन भी अधिक गुजरा इनके बालक की मृत्यु हो गई संत उन्नीस में उन्हें कैंसर ले गया असल में उनकी कमी गुजर गयी और उसके बाद उनकी बड़ी बहन शहनाज लालारुख गहरे डिप्रेशन में चली गयी शाहरुख को यह बात जरूर सताती रही कि उनकी सफलता उनके माँ बाप ने नहीं देखी अच्छी चीजे होती रहेंगी अब भी दुआ करो मैं भी अपने दुआ करता हूँ कि आप के लिए हर चीज़ अच्छी है वैसे शाहरुख़ ख़ान का सरदारा या टीवी सीरियल दिल दरिया में लेखन साहब ने सीरियल बनाया था उसी दौरान
शाहरूख खान जीवनी
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करण कपूर का भी सीरियल आया फौजी जिसमें उन्होंने अभिमन्यु राय का किरदार निभाया था टेलीविजन पर आते ही पता चल गया था ये कचरा अनोखा है शुरुआत बहुत खूबसूरत है और उसके बाद कई टेलीविजन सीरियल्स में शाहरुख ख़ान नजर आए चाहे वो वागले की दुनिया रही हो या फिर सर्कस और दूसरा केवल आज तक कोई नहीं भूल पाया बाद और मेहनत करेंगे बेहतर जाये उसके बाद हेमा मालिनी का पूर्ण के पास पहुंचा जो कि उस वक्त फ़िल्म दिल आशना है बना रही थी जिसमें उनकी हीरोइन नहीं दिव्या भारती चारों को पहले तो यकीन नहीं हुआ और फिर जब फ़िल्म में काम किया तो बड़ा मज़ा आया दिल आशना है दिल दीवाना राजू बन गया जेंटलमैन तीनों ही फ़िल्में साबित कर चुकी थी कि बतौर रोमेंटिक स्टार को यह कमाल है रेन का बिज़नेस भी अपडेट एन्जॉय करता एक मोबाइल सलाह पाई स्कूल में सर्वश्रेष्ठ बैंकिंग और उसके बाद बाजी करायी जिसमें शाहरुख खानने हीरो की भूमिका छोड़ विलेन की भूमिका निभाई हीरो की भूमिका हार के विलेन की भूमिका जीत और बने ये सबसे बड़े बाधक हैं