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Manoj Bajpayee – Biography | Manoj bajpai biography in hindi | Manoj bajpai first marriage |
एक छोटे से गांव में जो कि बिहार के पश्चिमी चंपारण का हिस्सा है यह अपने सभी पांच भाई बहनों में दूसरे नंबर के बच्चे हैं उनका नाम मनोज दरअसल एक्टर मनोज कुमार के नाम पर रखा गया है इनके पिता एक किसान
और माँ हाउसवाइफ चुकी है किसान के बेटे थे जो अक्सर छुट्टी में ये खेतो में ही मेहनत करते हैं और बचपन से ही उन्होंने ठान लिया था कि आगे जाकर एक एक्टर ही बनेंगे इनके पिता को बड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी
इनकी पढ़ाई लिखाई के लिए तकरीबन चौथी कक्षा तक यह जोखिम स्कूल में पढ़े और आगे की पढ़ाई उन्होंने बेतिया के एक स्कूल से की बेटियों की महारानी जानकी कॉलेज से उन्होंने अपने ट्वेल्व क्लास पास किए गए
नरकटियागंज के साथ यह भी दिल्ली का टिकट कटा के ट्रेन में बैठ गए उनके दोस्त के पास रिजर्वेशन था पर मनोज बाजपाई के पास नहीं है उन्हें समझा दिया गया था कि टीसी से बच के रहना इसलिए पूरी राहत ये
कम्पार्टमेंट दूसरे कम्पार्टमेंट घूमते है और जब ट्रेन अलीगढ़ तक पहुंची तब जाकर उन्हें कुछ लोगों को नहीं मिलेंगे एक भी आया मनोज बाजपाई के जीवन में जब उन्होंने ठान लिया था यह जीमेल अब जीने लायक नहीं ये वो वक्त था जब दिल्ली विश्वविद्यालय के अलग अलग कॉलेजेस के प्रमाण सोसाइटी के लिए काम किया करते थे रामजस कॉलेज रहा हिन्दू कॉलेज सभी के लिए उन्होंने स्मोक कर्नाटक कीजिए कि मुफलिसी के हालात ये थे
यूनिवर्सिटी का बस पास पानी के लिए उन्होंने पाली भाषा में एमए करने की ठानी ताकि इन्हें स्टूडेंट बस पास मिलता रहे पर उनके सपने टूट रहे थे जिंदगी जीने लायक नहीं रह गयी उन्होंने बहुत नाम सुना था नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा का ओम पुरी नसीरुद्दीन शाह ये सब इसी स्कूल से निकले वे ठान लिया कि जीएसटी का हिस्सा बनेंगे एक नहीं दो नहीं बल्कि चार बार एनएसजी से रिजेक्ट कर दिया गया था उन्होंने ठान लिया था कि अब बस
जिंदगी खत्म तभी महान कर्मी दर्ज उनकी वक्त उन्होंने ट्रेन की गोविन्द सीनियर रघुवीर यादव के कहने पर यह बात भी सही रही जब आखिरी मर्तबा मनोरमा से रिजेक्ट हुए एनएसजी से तब मैने कहा गया था कि आप इतने अनुभवी हो चूके हैं कि आपको हम बतौर प्राकृतिक नंबर ले सकते हैं